Should parents interfere with their children's life?

बस ..यूं ..ही.. छोड़ दीजिए एक दो बार समझाने से कोई नही समझ रहा है तो सामने वाले को समझाना *छोड़ दीजिए* बच्चे बड़े होने पर वो खुद के निर्णय लेने लगे तो उनके पीछे लगना *छोड़ दीजिए* गिने चुने लोगो से अपने विचार मिलते है, एक दो से नही जुड़े तो उन्हें *छोड़ दीजिए* एक उम्र के बाद कोई आपको ना पूछे या कोई पीठ पीछे आपके बारे में गलत कह रहा है तो दिल पे लेना, *छोड़ दीजिए* अपने हाथ कुछ नही, ये अनुभव आने पर भविष्य की चिंता करना, *छोड़ दीजिए* इच्छा और क्षमता में बहोत फर्क पड़ रहा है तो खुद से अपेक्षा करना, *छोड़ दीजिए* हर किसीका जीवन अलग, कद, रंग सब अलग है इसलिए तुलना करना, *छोड़ दीजिए* बस.. यूं.. ही.. उम्र में जीवन का आनंद लीजिए, रोज जमा खर्च की चिंता करना *छोड़ दीजिए* अच्छा लगे तो ठीक ना लगे तो हल्के में लेकर.. छोड़ दीजिए.. बस... यूं.. ही... View more blogs here: Bus Yoon Hee