Should parents interfere with their children's life?
बस ..यूं ..ही.. छोड़ दीजिए
एक दो बार समझाने से कोई नही समझ रहा है तो सामने वाले को समझाना
*छोड़ दीजिए*
बच्चे बड़े होने पर वो खुद के निर्णय लेने लगे तो उनके पीछे लगना
*छोड़ दीजिए*
गिने चुने लोगो से अपने विचार मिलते है,
एक दो से नही जुड़े तो उन्हें
*छोड़ दीजिए*
एक उम्र के बाद कोई आपको ना पूछे या कोई पीठ पीछे आपके बारे में गलत कह रहा है तो दिल पे लेना,
*छोड़ दीजिए*
अपने हाथ कुछ नही, ये अनुभव आने पर भविष्य की चिंता करना,
*छोड़ दीजिए*
इच्छा और क्षमता में बहोत फर्क पड़ रहा है तो खुद से अपेक्षा करना,
*छोड़ दीजिए*
हर किसीका जीवन अलग, कद, रंग सब अलग है इसलिए तुलना करना,
*छोड़ दीजिए*
बस.. यूं.. ही.. उम्र में जीवन का आनंद लीजिए, रोज जमा खर्च की चिंता करना
*छोड़ दीजिए*
अच्छा लगे तो ठीक ना लगे तो हल्के में लेकर..
छोड़ दीजिए.. बस... यूं.. ही...
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