Life after 60 years
* माता-पिता, भाई-बहनों, पत्नी, बच्चों, दोस्तों से प्यार करने के बाद,
* मुझे बस एहसास हुआ कि , दुनिया मेरे कंधों पर टिकी नहीं है।*
* मैंने सब्जियों और फलों के विक्रेताओं के साथ सौदेबाजी बंद कर दी। कुछ रुपएअधिक देने से मेरी जेब में कोई छेद नहीं होगा, लेकिन इससे इस गरीब क अपनी बेटी की स्कूल फीस में मदद मिल सकती है।*
* मैं चिल्लर का इंतजार किए बिना टैक्सी चालक को भुगतान करता हूं। अतिरिक्त धन उसके चेहरे पर मुस्कान ला सकता है। आखिर वह मेरे मुकाबले जीने के लिए बहुत मेहनत कर रहा है|*
* मैंने बुजुर्गों को यह बताना बंद कर दिया कि वे पहले ही कई बार उस कहानी को सुना चुके हैं। कहानी उनकी अतीत की यादें ताज़ा करती है और जिंदगी जीने का होंसला बढाती है |*
* इंसान गलत भी हो तो मैंने उसको सुधारना बंद किया है । आखिर सबको परफेक्ट बनाने का मुझ पर नहीं है। ऐसे से शांति अधिक कीमती है।*
* मैं अब तारीफ करता हूं। यह न केवल USKI मनोदशा को उल्हासित करता है, बल्कि यह मेरी मनोदशा को भी ऊर्जा देता है!*
* अब अपनी शर्ट पर क्रीज Ke बारे में सोचना बंद कर दिया है। मेरा अब मानना है की दिखावे के अपेक्षा व्यक्तित्व ज्यादा मालूम पड़ता है।*
* मैं उन लोगों से दूर ही रहता हूं जो मुझे महत्व नहीं देते। वे मेरी कीमत नहीं जान सकते, लेकिन मैं बखूबी जनता हूँ।*
* मैं अपनी भावनाओं से शर्मिंदा ना होना सीख रहा हूं। यह मेरी भावनाएं ही हैं जो मुझे INSAAN बनाती हैं।*
* मैंने सीखा है कि किसी रिश्ते को तोड़ने की तुलना में, अहंकार छोड़ना बेहतर है। रिश्तों के साथ मैं अकेला नहीं रहूंगा।*
* मैंने प्रत्येक दिन ऐसे जीना सीख लिया है जैसे कि यह आखिरी हो। क्या पता, आज का दिन आखिरी हो!*
* मैं वही काम करता हूं जो मुझे खुश करता है। आखिरकार, मैं अपनी खुशी के लिए जिम्मेदार हूं, और मै उसका हक़दार भी हूँ।*
Lesson for all Young and Old
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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